Getstudysolution is an online educational platform that allows students to access quality educational services and study materials at no cost.
कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं जिन्हें गिना जा सकता है और कुछ चीज़ों को नहीं।
जिन चीज़ों को गिन सकती हो उनके आगे हाँ लिखो। जिन्हें नहीं गिन सकती हो उनके आगे नहीं लिखो।
कंबल के खाने | ……………… | पेड़ के पत्ते | ……………… |
सिर के बाल | ……………… | आसमान के तारे | ……………… |
घर के लोग | ……………… | कॉपी के पन्ने | ……………… |
चींटी के पैर | ……………… | अपने कपड़े | ……………… |
कमीज़ के बटन | ……………… | स्कूल के बच्चे | ……………… |
कंबल के खाने | नहीं | पेड़ के पत्ते | नहीं |
सिर के बाल | नहीं | आसमान के तारे | नहीं |
घर के लोग | हाँ | कॉपी के पन्ने | हाँ |
चींटी के पैर | हाँ | अपने कपड़े | हाँ |
कमीज़ के बटन | हाँ | स्कूल के बच्चे | नहीं |
नीचे दी गई कविता को ध्यान से पढ़ो-
एक पेड़ पर कितने पत्ते? जितने गोपी के घर लत्ते। गोपी के घर लत्ते कितने? कलकत्ते में कुत्ते जितने। |
अब तुम कविता को आगे बढ़ा कर लिखने की कोशिश करो।
………………………………………………………………………………..
………………………………………………………………………………..
एक पेड़ पर कितने पत्ते?
जितने गोपी के घर लत्ते।
गोपी के घर लत्ते कितने?
कलकत्ते में कुत्ते जितने।
कलकत्ते में कुत्ते कितने?
लड्डू में हैं, दाने जितने।
लड्डू में दाने कितने?
पुलाव में चावल जितने।
पुलाव में चावल कितने?
माँ की माला में मोती जितने।
माँ की माला में मोती कितने?
जीवन में सुख हो जितने।
बीस लाख तेईस हज़ार दाने वाला एक अनार। |
क्या सचुमच अनार में इतने दाने होते हैं? अंदाज़े से बताओ-
• एक अनार में कितने दाने होते होंगे?
• एक मटर में कितने दाने होते होंगे?
• एक भुट्टे में कितने दाने होते होंगे?
• एक मूँगफली में कितने दाने होते होंगे?
मौका मिलने पर ज़रूर जाँच करना कि तुम्हारा अंदाज़ा कितना सही था।
मेरे अनुसार अनार में इतने दाने नहीं होते होंगे।
• एक अनार में लगभग चार सौ से पाँच सौ दाने होते होंगे।
• एक मटर में छह से सात दाने होते होंगे।
• एक भुट्टे में दो सौ तीन सौ दाने होते होंगे।
• एक मूँगफली दो से तीन दाने होते होंगे।
(क) टेसू राजा बाज़ार अनार लेने गए थे।
• तुम बाज़ार क्या-क्या लेने जाती हो?
• बाज़ार कैसे जाती हो?
• उस बाज़ार का क्या नाम है?
• अपने घर के पास के कुछ और बाज़ारों के नाम पता करो।
(ख) बाज़ार अलग-अलग तरह के होते हैं।
जैसे- मंडी, हाट, सोम बाज़ार, मॉल, पैंठ, किनारी बाज़ार आदि।
कक्षा में बात करो कि इन सब बाज़ारों में क्या अंतर है। तुम्हारे घर के पास में किस तरह के बाज़ार हैं।
(क) टेसू राजा बाज़ार अनार लेने गए थे।
• हम बाज़ार में कपड़े, राशन, घर का सामान, आभूषण, जूते, बर्तन इत्यादि लेने जाते हैं।
• बाज़ार हमारे घर के पास है इसलिए पैदल ही जाते हैं।
• बेगम ज़ेदी तथा बसरुरकर मार्किट।
• मुनिरका, सरोजनी नगर, शुक्र बाज़ार, संडे मार्किट, मोहन सिंह मार्किट इत्यादि।
(नोट: विद्यार्थी इन प्रश्नों का उत्तर अपने घर के आस-पास के बाज़ारों की जानकारी एकत्र करके दें।)
(ख)
• मंडी- यहाँ पर सब्ज़ियाँ थोक के भाव में मिलती है। सभी सब्ज़ीवाले यहाँ से सब्ज़ी खरीदकर ले जाते हैं।
• हाट- यह ऐसा स्थान है, जहाँ हर प्रकार का सामान मिलता है। यह गाँव में अधिक होता है।
• सोम बाज़ार- यह सोमवार को लगने वाला बाज़ार है। प्राय: यह हर गली मोहल्ले में लगने वाला बाज़ार है। इसमें हर प्रकार का सामान मिलता है।
• मॉल- यह नए प्रकार का बाज़ार है। पश्चिमी सभ्यता से प्रेरणा लेकर बनाया गया है। भव्य इमारत में हर प्रकार की बड़ी कंपनियाँ अपने कपड़े, गहने, जूते इत्यादि बेचती हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार का खाना मिलता है तथा सिनेमा हॉल भी होते हैं।
• पैंठ- यह सप्ताह के एक दिन लगने वाला बाज़ार है, जहाँ सभी फुटकर व्यापारी आकर अपना सामान बेचते हैं। यह सोम बाज़ार जैसा ही होता है। यहाँ भी सब प्रकार का सामान मिलता है।
• किनारी बाज़ार- यह चांदनी चौक का एक मुख्य बाज़ार है। यहाँ पर दुपट्टे, साड़ियाँ, लहंगा तथा फ्रॉक पर लगने वाले ज़री, गोटे, लेस, बेल-बूटे मिलते हैं। इसके अतिरिक्त सोने तथा चाँदी के आभूषण भी यहाँ मिलते हैं। यहाँ पर हर छोटे-बड़े, व्यापारी तथा साधारण जन अपनी आवश्यकता के अनुसार सामान खरीदते हैं।
जितने हों कंबल में खाने।
इस वाक्य को इस तरह भी लिख सकते हैं
कंबल में जितने खाने हों।
इसी तरह नीचे लिखे वाक्यों को बदलकर लिखो-
• कितने हैं कंबल में खाने?
……………………………………….
• एक झुंड में भेड़ें कितनी
……………………………………….
• टेसू राजा कहे पुकार, लाओ मुझको दे दो चार।
……………………………………….
• फूलों से बनाओ होली के रंग
……………………………………….
• कंबल में कितने खाने हैं?
• भेड़ें कितनी एक झुंड में
• कहे पुकार टेसू राजा, लाओ दे दो मुझको चार।
• होली के रंग फूलों से बनाओ
टेसू राजा बीच बाज़ार, खड़े हुए ले रहे अनार |
अनार, आम, अमरूद, पपीता- ये सब फलों के नाम हैं। बताओ ये सब किसके नाम हैं?
कोलकता, दिल्ली, भोपाल | ……………………………….. |
भेड़, बकरी, हाथी | ……………………………….. |
कमीज़, कुरता, साड़ी | ……………………………….. |
मोर, कबूतर, उल्लू | ……………………………….. |
आलू, बैंगन, भिंडी | ……………………………….. |
कोलकता, दिल्ली, भोपाल | महानगर |
भेड़, बकरी, हाथी | जानवर |
कमीज़, कुरता, साड़ी | परिधान |
मोर, कबूतर, उल्लू | पक्षी |
आलू, बैंगन, भिंडी | सब्जी |
इन शब्दों को बोलकर देखो। ज़ा और जो बोलने में अलग-अलग लगते हैं न! नीचे ऐसे कुछ और शब्द दिए गए हैं। उन्हें बोलो और खोजो कि अक्षर के नीचे बिंदु होने और न होने से आवाज़ में क्या फ़र्क पड़ता है। दो-दो शब्द खुद जोड़ो।
जाड़ा | ज़मीन |
गाजर | ज़िद |
…………. | …………. |
…………. | …………. |
जाड़ा | ज़मीन |
गाजर | ज़िद |
बाजा | बाज़ार |
राजा | राज़ |
निरंकार देव ‘सेवक’ द्वारा रचित कविता ‘टेसू राजा बीच बाजार’ एक लोकगीत पर आधारित कविता है। इस कविता में टेसू राजा बाजार में अनार ले रहे हैं। वे प्रश्न करते हैं कि अनार में कितने दानें हैं, तो उन्हें उत्तर मिलता है कि जितने कंबल में खाने हैं। तब कंबल में कितने खाने हैं, इसको भला भेड़ क्यों बताने लगी? एक झुंड में उतनी ही भेड़ें होती हैं, जितने कि एक पेड़ पर पत्ते। अब टेसू राजा प्रश्न करते हैं कि एक पेड़ पर कितने पत्ते होते हैं, तो इसका उत्तर मिलता है कि जितने गोपी के घर कपड़े। गोपी के घर उतने ही कपड़े हैं, जितने कलकत्ते में कुत्ते हैं। निष्कर्ष निकलता है कि कुल बीस लाख तेईस हजार दाने वाला एक अनार है। टेसू राजा कहते हैं कि मुझे भी चार अनार दे दो।