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अगर बाघ बस की छत पर चढ़ जाता तो
(क) उसे दुनिया कैसी दिखाई देती?
(ख) आसपास के लोग क्या करते?
(क) उसे सब कुछ बहुत अच्छा और स्पष्ट दिखाई देता। वह महसूस करता कि वह सबसे ऊँचा है।
(ख) आसपास के लोग बस के अंदर बैठ जाते थे और दरवाज़ा अंदर से बंद कर लेते।
(क) बस के नीचे पहुँचकर छोटे बाघ को अच्छा क्यों नहीं लगा?
(ख) क्या तुमने कभी किसी बस या जीप से नीचे झाँककर देखा है? तुम्हें वहाँ क्या दिखाई दिया?
(ग) बस के अगले हिस्से से घर्र-घर्र की आवाज़ क्यों आ रही थी?
(घ) बस में ज़्यादातर लोग दायीं तरफ़-क्यों बैठे थे?
(ङ) बस में इतने सारे लोग बैठे थे पर बाघ का ध्यान दो छोटी लड़कियों पर ही गया। क्यों?
(क) बस के नीचे पहुँचकर छोटे बाघ को इसलिए अच्छा नहीं लगा क्योंकि वहाँ देखने के लिए कुछ नहीं था। उसे बस के नीचे से स्पष्ट नहीं दिखा पा रहा था। साथ ही वह पथरीला स्थान था।
(ख) ‘हाँ’ मैंने कई बार खड़ी बस के नीचे झाँकर देखा है। वहाँ से इंजन का हिस्सा दिखाई देता है।
(ग) बस के अगले हिस्से से घर्र-घर्र की आवाज़ इसलिए आ रही थी क्योंकि वहाँ बस का इंजन था और किसी कारणवश वह खराब हो गया था। बस चालक चाबी डालकर उसे चलाने का प्रयास कर रहा था, जिससे यह आवाज़ आ रही थी।
(घ) बस में ज़्यादातर लोग दायीं तरफ़ बैठकर जंगल के अंदर देखने का प्रयास कर रहे थे।
(ङ) बस में बाघ का ध्यान दो छोटी लड़कियों पर इसलिए गया क्योंकि उसे वे दोनों अपनी जैसी दिखीं थीं।
बाघ दुबक कर बैठ गया था। करके बताओ, नीचे लिखे काम वह कैसे करेगा?
दुबकना | कीचड़ में चलना |
काँपना | दूध पीना |
लड़खड़ाना | नहाना |
सोना | दवाई खाना |
इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी स्वयं करके देखें और अन्य को दिखाएँ
सामने की सीट पर बैठा आदमी उठा और अपनी दाहिनी ओर वाला दरवाज़ा खोलकर बाहर कूद गया।
(क) यह व्यक्ति कौन था?
(ख) बस में कितने दरवाज़े थे?
(ग) आगे क्या हुआ होगा? कहानी सुनाओ।
(क) सामने की सीट पर बैठा आदमी उठा और अपनी दाहिनी ओर वाला दरवाज़ा खोलकर बाहर कूद गया था। वह व्यक्ति बस चालक था।
(ख) बस में तीन दरवाज़े थे। दो यात्रियों के चढ़ने-उतरने के लिए और एक बस चालक के उतरने-चढ़ने के लिए।
(ग) बाघ जब दोबारा बस में चढ़ा होगा, तो सारे यात्री सामने से आती बस को रोककर उसमें चढ़ गए होंगे। थोड़ी देर बस में खेलने के बाद बाघ का बच्चा जंगल की ओर चल पड़ा होगा। तब जाकर यात्रियों ने राहत की साँस ली होगी।
(क) बस में बैठे लोग बाघ के बच्चे से डर रहे थे। बाघ भी उन लोगों से डर रहा था। सोचो, इन्हें कैसा लगता होगा जब कोई इनसे डर जाता है-
• छिपकली | • कुत्ता |
• चूहा | • साँप |
(ख) बाघ डरकर बस के नीचे दुबक गया। तुम डर लगने पर क्या करते हो? कहाँ दुबकते हो?
(ग) बाघ से सब डरते हैं, पर इस कहानी में लोग बाग के बच्चे से भी डर गए? ऐसा क्यों हुआ?
(क)
• छिपकली- वह स्वयं कहीं छुप जाती होगी और मन ही मन सोचती होगी कि यह तो नाहक ही मुझसे डर रहा है। मैं तो खाना तलाश रही थी और यह मुझे देखकर डर रहा है। मैंने ऐसा क्या किया जो यह मुझसे डर रहा है।
• चूहा- अरे मैं तो अपनी मस्ती में चल रहा था। परन्तु यही बीच में आ गया। इसने मुझे डरा दिया और दोष मुझ पर मड़ रहा है। मैं अकारण किसी को नहीं काटता। फिर मुझसे यह व्यक्ति क्यों डर रहा है।
• कुत्ता- मनुष्य हमसे डरते क्यों हैं। हमें इनके साथ खेलना-कूदना अच्छा लगता है। मैं इस बच्चे के पास खेलने जा रहा था और यह डर कर भाग रहा है।
• साँप- मानता हूँ कि कई साँप ज़हरीले होते हैं परन्तु मैं ज़हरीला नहीं हूँ आखिरी मुझसे डरने का क्या कारण है।
(ख) मैं डर लगने पर माँ के पीछे दुबक जाती हूँ।
(ग) लोगों ने डर के मारे इतना ध्यान ही नहीं दिया होगा कि यह बाघ का बच्चा है। वे बस सुनकर ही भाग रहे होगें या फिर यह भी हो सकता है कि उनको भय हो कि इसके पीछे इसकी माँ भी आ रही हो। इसलिए वे डर रहे हों।
बस के सामने वाली दीवार अलग तरह की थी। उसके आर-पार देखा जा सकता था।
(क) वह दीवार क्या थी?
(ख) किन-किन चीज़ों के आर-पार देखा जा सकता है?
(ग) किन-किन चीज़ों के आर-पार नहीं देखा जा सकता है?
(क) वह दीवार काँच से बनी थी। बस के सामने का शीशा था।
(ख) काँच से बनी दीवार के, पारदर्शी प्लास्टिक की चादर से, बर्फ़ से बनी चादर से, पानी के आर-पार देखा जा सकता है।
(ग) लकड़ी, इस्पात, चट्टानें, धातुओं इत्यादि के आर-पार नहीं देखा जा सकता है।
तुम्हारे घर या स्कूल के आसपास कौन-कौन से जानवर या पक्षी नज़र आते हैं? पता करो।
जानवर | …………….. | …………….. | …………….. | …………….. |
पक्षी | …………….. | …………….. | …………….. | …………….. |
जानवर | गाय | बंदर | कुत्ता | घोड़ा |
पक्षी | कबूतर | तोता | कौवा | कोयल |
आओ शब्दों की अंत्याक्षरी खेलें।
अंत्याक्षरी की शुरुआत हम कर देते हैं। उसे आगे बढ़ाओ।
बाघ->घर->रूमाल->लेकिन ………………………
बाघ->घर->रूमाल->लेकिन->नाता->तार->रात->तमगा->गाना->नाला->लाज->जीवन->नीर->रोग
कुछ गाड़ियों मे दो पहिए होते हैं, कुछ में तीन और कुछ में चार। कक्षा में बातचीत करो और नीचे सही खानों में गाड़ियों के नाम लिखो।
दो पहिए | तीन पहिए | चार पहिए |
…………. | …………. | …………. |
…………. | …………. | …………. |
…………. | …………. | …………. |
दो पहिए | तीन पहिए | चार पहिए |
स्कूटर | छोटा टैम्पो | कार |
मोटर साइकिल | आटो-रिक्शा | ट्रक |
साइकिल | रिक्शा | बस |
(क) क्या तुम बता सकते हो कि
• यह घटना किस जगह घटी?
• घटना किस दिन घटी?
• उस दिन क्या तारीख थी?
(ख) तुमने तेंदुए के बच्चे की यह खबर पढ़ी। तुम्हारे घर आस-पड़ोस या स्कूल में आनेवाले कुछ अखबारों के नाम पता करो और लिखो।
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(क)
• मुंबई के बोरीवली पार्क में यह घटना घटी थी।
• यह घटना सुबह के समय घटी थी।
• 12 मार्च के दिन यह घटना घटी थी।
(ख) नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स, दैनिक भास्कर, पंजाब केसरी इत्यादि।
(क) तुम्हारे विचार से यह तेंदुए का बच्चा बस के पास कहाँ से पहुँचा होगा?
(ख) कुछ लोग लाठी और कुल्हाड़ी लेकर क्यों पहुँच गए थे? तुम होते तो क्या करते?
(क) मेरे विचार से यह तेंदुए का बच्चा जंगल से भटकर मुख्य सड़क पा आ गया होगा। वहाँ खड़ी बस देखकर उसके नीचे छुप गया होगा।
(ख) कुछ लोग बाघ के बच्चे को मारने के लिए लाठी और कुल्हाड़ी लेकर पहुँचे थे। उन्हें लगा था कि यदि यह जिंदा रहा, तो लोगों को मार देगा। हम होते तो शायद अपनी प्राण रक्षा के लिए यही करते।
(क) क्या तुम अपनी कक्षा या घर की किसी घटना को एक खबर की तरह समाचार पत्र के लिए लिख सकते हो।
जगह, दिन, तारीख, लिखना मत भूलना।
यह घटना कुछ भी हो सकती है जैसे-
• किसने किससे की लड़ाई
• खोज-खोज कर मैं तो हारी, चीज़ हो गई गुम
• घर में शादी, वाह भाई वाह!
• कौन हारा कौन जीता!
(ख) यहाँ नीचे बाघ का चित्र दिया गया है। तुम भी अपनी पसंद का कोई जानवर बनाकर उसमें इसी तरह के डिज़ाइन बनाओ और रंग भरो।
(चित्र किताब में देखें)
(क) दिल्ली, 21 फरवरी
आज हमारे घर में माताजी का सोने का हार खो गया है। माताजी ने इसके लिए मुझे दोषी ठहराया क्योंकि कल मेरे जिद्द करने पर उन्होंने इसे कुछ देर के लिए मुझे पहनने को दिया था। उन्हें लगा मैंने हार खो दिया है। मुझे यह याद था कि मैंने माताजी को हार लौटा दिया था। माताजी ने यह बात नहीं मानी। हमने सारे घर में देखा परन्तु हमें कहीं नहीं मिला। इस कारण मुझे सबसे डांट खानी पड़ी। थोड़ी देर बाद हमारी कामवाली बाई ने आकर बताया कि यह हार उन्हें कल की बची दाल के भरे बर्तन में मिला था। फिर क्या था पिताजी ने माताजी को आड़े हाथों लिया और बहुत डांटा। इसके लिए माताजी ने आकर मुझसे माफ़ी माँगी।
(ख) यह चित्र गोंडी शैली में बना है। गोंडी शैली आदिवासियों द्वारा बनायी जाने वाली शैली है। इस शैली में जानवरों को विभिन्न रंगों से चित्रित किया जाता है।
बच्चे इस तरह से चित्र बना सकते हैं। |
किसी जंगल में एक छोटा बाघ खेल रहा था। खेलते-खेलते वह जंगल के पासवाली सड़क पर निकल आया। वहाँ एक बस खड़ी थी। बस का दरवाजा खुला था। बाघ अपने पंजे को सीढ़ी पर रखकर बस के भीतर देखने लगा। उसने देखा कि बस के भीतर आगे की तरफ से घर-घर की आवाज़ आ रही है और उसके पास एक आदमी बैठा है। बाघ ने देखा कि उस आदमी के सामने एक दीवार में से बाहर की हर चीज़ साफ़ दिखाई दे रही है। बाघ ने देखा कि बस में कई लोग बैठे हैं। आगेवाली सीट पर छोटी लड़कियाँ बैठी थीं। बाघ को लगा कि लोग उससे डर रहे हैं और उसे भगाना चाहते हैं। तभी सामने की सीट पर बैठा आदमी दरवाजा खोलकर बाहर कूद गया। बाकी लोग भी बस के पीछेवाले दरवाजे से बाहर भागने लगे। लोगों को भागता देखकर बाघ घबरा गया और बस के आगेवाले पहिये के पास जाकर दुबक गया। किंतु वहाँ उसे अच्छा नहीं लगा। थोड़ी देर के बाद वह बाहर निकला तथा बस के सामने वाली सीट पर बैठकर बाहर देखने लगा। सामने से काफी लोगों से भरी बस आ रही थी। बाघ सोचने लगा कि आखिर उसे देखकर लोग क्यों भाग गए।