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(क) हुदहुद को कहीं ‘हजामिन’ चिड़िया और कहीं ‘पदुबया’ के नाम से पुकारते हैं। क्यों?
(ख) हुदहुद की चोंच पतली, लंबी और तीखी होती है। इस बात को ध्यान में रखकर बताओ-
• वे कैसा भोजन खाते होंगे?
• चोंच से वे क्या-क्या काम ले सकते होंगे?
(क) हुदहुद को ‘हजामिन’ चिड़िया इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी चोंच नाखून काटने वाली नहरनी (नेल कर्टर) से बहुत मिलती है। पदुबया के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि यह दूब (घास) में से कीड़ा ढूँढ लेती है।
(ख)
• वे छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े खाते होंगे।
• वह अपनी चोंच का इस्तेमाल घास में से कीड़े-मकोड़े निकालने, घोंसला बनाने व लड़ाई करने में करते हैं।
पाठ में से ऐसे शब्दों की सूची बनाओ जो पक्षियों के लिए इस्तेमाल होते हैं।
जानती थी  | पढ़कर मालूम हुआ  | जानना चाहती हूँ  | कैसे/कहाँ से पता लगाऊँगी?  | 
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पाठ पढ़ने के बाद अपनी कॉपी में एक तालिका तैयार करो और उस तालिका में मालूम की गई जानकारी लिखो।
जानती थी  | पढ़कर मालूम हुआ  | जानना चाहती हूँ  | कैसे/कहाँ से पता लगाऊँगी?  | 
गिद्ध  | हुदहुद  | किन-किन पक्षियों की कलगी होती है?  | अध्यापिका से पूछ कर।  | 
पंख  | कलगी  | किस पक्षी की दुम कैसी होती है?  | पुस्तकालय से उनके विषय में किताबों द्वारा।  | 
चोंच  | चोटी  | उनका रंग व आकार कैसा होता है?  | पक्षी संग्रहालय से।  | 
दुम  | – | अंडे कैसे-कैसे होते हैं?  | नेट के द्वारा।  | 
अंडे  | – | वे क्या खाते हैं?  | माता-पिता से पूछ कर।  | 
घोंसला  | – | वे कहाँ रहते हैं?  | – | 
(क) अगर तुम्हें हुदहुद को पहचानने में किसी की मदद करनी है तो तुम उसे कौन-सी बातें बताओगे? चार-पाँच वाक्यों में लिखो।
(ख) अब कौवे या कबूतर को पहचानने के लिए चार-पाँच बिंदु लिखो। यह लिखने के लिए तुम्हें इन पक्षियों को कुछ समय तक बहुत गौर से देखना होगा।
(क) हुदहुद का सारा शरीर रंग-बिरंगा और चटकीला होता है। पंख काले होते हैं उस पर सफ़ेद धारियाँ होती हैं। हुदहुद की गर्दन और कलगी बादामी रंग की होती है मगर कलगी के सिरे में काली-सफ़ेद धारियाँ बनी होती है। दुम का भीतरी हिस्सा सफ़ेद व बाहरी हिस्सा काला होता है। इसकी चोंच पतली लंबी व तीखी होती है।
(ख) कौवे- रंग काला, आकार बड़ा, काँव-काँव करके बोलता है, चोंच काली व लंबी होती है।
कबूतर- राख के रंग (ग्रे रंग) का होता है, उसमें गहरी ग्रे धारियाँ होती हैं, छोटा व गोल-मटोल होता है, उसकी चोंच छोटी व छोटा मुँह होता है, वह गुटरगूँ-गुटरगूँ करके बोलता है तथा कबूतर की अनेकों प्रजातियाँ होती है।
तुम्हारे आसपास कौन-कौन से पक्षी पाए जाते हैं, उनके नामों की सूची बनाओ। तुम्हारे और तुम्हारे दोस्तों के घर की भाषा में इन्हें क्या कहते हैं? जिन पक्षियों के नाम तुम्हें पता नहीं है, उनके नाम तुम्हें पता करने होंगे।
पक्षियों के नाम – कौवा, कबूतर, तोता, बगुला, कोयल, मैना।
तुमने हुदहुद से जुड़ी एक कहानी पढ़ी है। उस कहानी को बातचीत के रूप में लिखो। नीचे हमने इस बातचीत को तुम्हारे लिए शुरू कर दिया है–
शाह सुलेमान– अरे भाई गिद्ध! ज़रा मेरी बात तो सुनो।
गिद्ध (उड़ते-उड़ते) – कहिए, मगर ज़रा जल्दी से।
शाह सुलेमान – ……………………………………
गिद्ध – ………………………………………………
तुम अपने दोस्तों के साथ बातचीत को कक्षा में नाटक के रूप में प्रस्तुत कर सकते हो।
शाह सुलेमान– अरे भाई गिद्ध! ज़रा मेरी बात तो सुनो।
गिद्ध (उड़ते-उड़ते)– कहिए, मगर ज़रा जल्दी से।
शाह सुलेमान– देखो मैं धूप से बेहाल हो रहा हूँ। तुम लोग अपने पंखों से ज़रा मेरे सिर पर छाया कर दो।
गिद्ध– हम तो इतने छोटे पक्षी हैं। हमारी गर्दन पर पंख भी नहीं हैं। हम छाया कैसे करें?
शाह सुलेमान– ठीक है। अरे! भाई हुदहुद यहाँ तो आना।
हुदहुद– कहिए महाराज! क्या बात है?
शाह सुलेमान– मैं तपती धूप से परेशान हूँ। क्या मेरी मदद कर सकते हो?
हुदहुद– क्यों नहीं बस कुछ समय दीजिए।
शाह सुलेमान– धन्यवाद मित्र! तुम्हारी वजह से मैं इस भयंकर गर्मी से बच पाया। माँगो क्या माँगते हो।
हुदहुद– आप अगर कुछ देना ही चाहते हैं, तो हमारी कलगी को सोने में बदल दीजिए।
शाह सुलेमान– मित्र तुमने अच्छी तरह से सोच लिया है। जानते हो इसके परिणाम भयंकर हो सकती हैं।
हुदहुद– हाँ बादशाह! बस आप हमारी इच्छा पूर्ण कर दीजिए।
शाह सुलेमान– जैसा तुम चाहते हो अल्ला वैसा करे।
कुछ समय बाद हुदहुद घबराता हुआ आता है।
हुदहुद– बादशाह! हमारी रक्षा करें। जब से हमारी सोने की कलगी आई है। हमारे ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मेरे सारे घरवाले मारे गए हैं।
शाह सुलेमान– मित्र मैंने तो पहले ही कहा था कि सोच-समझकर माँगना।
हुदहुद– क्षमा करें। मुझे यह नहीं मालूम था कि हमें इस प्रकार का कष्ट आ सकता है।
शाह सुलेमान– ठीक है मित्र! तुमने एक दिन मेरी सहायता की थी। अत: मैं तुम्हें इस वरदान से मुक्त करता हूँ।
हुदहुद– धन्यवाद बादशाह!
(क) हुदहुद का सारा शरीर रंग-बिरंगा और चटकीला होता है।
हुदहुद का रंग चटकीला बताया गया है। रंग कैसे हैं– यह बताने के लिए कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे, फीके रंग, चटकीले रंग आदि। बताओ कि ऐसे रंग किन-किन चीज़ों के होते हैं।
रंग का नाम  | इस रंग की चीज़ों के नाम  | 
गहरा…………….  | ………………………………  | 
फीका…………….  | ………………………………  | 
भड़कीला…………  | ………………………………  | 
सुनहरा…………..  | ………………………………  | 
(ख) यूनी ने आसमानी रंग की कमीज़ पहनी है।
‘आसमानी’ रंग का नाम कैसे बना होगा? सोचो।
ऐसे ही कुछ और रंगों के नाम लिखो जो किसी चीज़ के नाम पर पड़े हैं।
………………..  | ………………..  | 
………………..  | ………………..  | 
………………..  | ………………..  | 
………………..  | ………………..  | 
(संकेत– फल, सब्ज़ी, पत्तों आदि के नामों पर)
(क)
रंग का नाम  | इस रंग की चीज़ों के नाम  | 
गहरा  | पत्तियाँ, बाल, कौवा, भालू  | 
फीका  | आसमान, मिट्टी, हाथी, ऊँट  | 
भड़कीला  | तोता, मोर, पलाश के फूल  | 
सुनहरा  | सोने से बनी वस्तुएँ  | 
(ख) यूनी ने आसमानी रंग की कमीज़ पहनी है। यह रंग इसलिए आसमानी कहलाया क्योंकि आसमानी रंग आकाश (आसमान) का होता है।
ऐसे ही कुछ और रंगों के नाम इस प्रकार हैं–
रंग  | वस्तुएं (चीज़)  | |
बैंगनी रंग  | बैंगन  | |
सुनहरा रंग  | सोना  | |
रूपहला रंग  | चाँदी  | |
नारंगी रंग  | नारंगी (सतंरा)  | |
चंपई रंग  | चम्पा के फूल  | |
बादामी रंग  | बादाम  | |
मेंहदी रंग  | मेंहदी के पत्ते  | |
स्लेटी रंग  | स्लेट के पत्थर  | |
धानी रंग  | धनिया  | |
सिंदूरी रंग  | सिंदूर  | |
जामुनी रंग  | जामुन  | |
नीला रंग  | नीला थोथा  | |
तांबई रंग  | तांबा  | |
कत्थई रंग  | कत्था  | |
केसरी रंग  | केसर  | 
शाह की भेंट हुदहुदों के मुखिया से हुई।
• मुझे मेरी बहन ने एक बहुत सुंदर भेंट दी।
• ऊपर वाले वाक्य में भेंट का मतलब मुलाकात से है, नीचे वाले वाक्य में उपहार से। तुम भी कोई ऐसे चार शब्द सोचो जिनके दो मतलब निकलते हों। उनका वाक्यों में प्रयोग करो।
(क) ……………………………………………………………………………………………………  | 
(ख) ……………………………………………………………………………………………………  | 
(ग) ……………………………………………………………………………………………………  | 
(घ) ……………………………………………………………………………………………………  | 
(क)  | अंबर – वस्त्र – भगवान कृष्ण पीला अंबर पहनते हैं। आकाश – अंबर पर अनेक तारे हैं।  | 
(ख)  | कलम – लेखनी – इसकी कलम सुन्दर है। काटना – राजा ने चोर का सिर कलम करवा दिया।  | 
(ग)  | अर्थ – मतलब – इस शब्द का अर्थ बताओ। धन – हर वस्तु के लिए अर्थ की आवश्यकता है।  | 
(घ)  | पत्र – चिट्ठी – मैंने माता को पत्र लिखा। पत्ता – जम़ीन पर पत्र पड़े हैं।  | 
हुदहुद एक बहुत ही सुंदर पक्षी है।
हुदहुद और पक्षी, दोनों को ही हम संज्ञा कहते हैं।
अब नीचे दी गई तालिका को आगे बढ़ाओ।
हुदहुद  | पक्षी  | 
भारत  | देश  | 
अनार  | फल  | 
………………….  | ………………….  | 
………………….  | ………………….  | 
हाथी  | – | जानवर  | 
मुंबई  | – | शहर  | 
गंगा  | – | नदी  | 
हिमालय  | – | पर्वत  | 
इंद्र  | – | देवता  | 
रामायण  | – | पुस्तक  |