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कक्षा में साथियों के साथ बातचीत करो।
(क) तुम्हें कहानी में कौन सबसे अच्छा लगा? क्यों?
(ख) मक्खी मकड़ी के जाल में फँस गई थी। फिर क्या हुआ होगा? कहानी आगे बढ़ाओ।
(क) हमें कहानी में सबसे अच्छी लोमड़ी लगी क्योंकि उसने बड़ी ही समझदारी से घमंडी मक्खी को मकड़ी के जाल में फंसाकर मार दिया और सबको बचा लिया।
(ख) मक्खी, मकड़ी को पकड़ने जब उसके जाल में घुसी तो वहाँ फंस गई। उसने जाल से निकलने की बहुत कोशिश की परन्तु जितनी कोशिश करती उतना ही फंसती जाती। इस तरह से उसका घमंड चूर-चूर हो गया और आखिर में वह मर गई।
(नोट: इन प्रश्नों के उत्तर स्वयं देने का प्रयास करें।)
अगर कहानी का नाम मक्खी को ध्यान में न रखकर लोमड़ी और शेर को ध्यान में रखकर लिखा जाता तो उसके क्या-क्या नाम हो सकते थे?
यदि लोमड़ी को ध्यान में रखकर कहानी का नाम दिया जाता तो चतुर लोमड़ी, समझदार लोमड़ी आदि होता। यदि शेर को ध्यान में रखकर कहानी का नाम दिया जाता, तो मूर्ख शेर, आलसी शेर होता।
अब तुम कहानी के लिए एक और नया शीर्षक सोचो। यह शीर्षक कहानी के किसी पात्र पर नहीं होना चाहिए। (कहानी की किसी घटना के बारे में शीर्षक हो सकता है।)
कहानी का अन्य शीर्षक घंमडी का सिर नीचा, जैसी करनी, वैसी भरनी हो सकता है।
मक्खी ने जब शेर को जगाया तो वह आग बबूला हो गया। तुम्हें जब कोई गहरी नींद से जगाता है तो तुम क्या करते हो?
जब हमें कोई गहरी नींद से जगाता है, तो हम गुस्सा नहीं करते बल्कि उसे कहते हैं कि हमें सोने दो नींद आ रही है या अभी थोड़ी देर में उठते हैं।
मक्खी उड़ाते-उड़ाते शेर ऊब गया था। तुम क्या करते-करते ऊब जाते हो?
1) हम खाली बैठे-बैठे ऊब जाते हैं। 2) कभी-कभी बहुत देर तक पढ़ते-पढ़ते ऊब जाते हैं। 3) कई बार बहुत देर तक खेलते-खेलते भी ऊब जाते हैं। 4) कभी हमारा दोस्त अपनी एक ही बात कई बार सुनाता है, तो भी ऊब जाते हैं।
मान लो तुम शेर हो। मक्खी ने तुम्हारे साथ जो कुछ भी किया वह लोमड़ी को बताओ।
लोमड़ी बहन देखो इस मक्खी ने मुझे कितना तंग किया हुआ है। इसने मुझे पूरे दिन सोने नहीं दिया। मेरे मना करने पर और भी तंग कर रही है। जब मैंने मारने की धमकी दी, तो वह लड़ने को तैयार हो गई। वह कभी मेरे माथे, कभी हाथ, कभी नाक, कभी कान पर बैठ जाती है। अपने पंजे से उसे मारने की कोशिश करते-करते मैं खुद ही घायल हो गया हूँ। मैं उससे बड़ा परेशान हूँ। मुझे इससे बचाओ।
शेर तो भोजन करके आराम कर रहा था। तुम खाना खा कर क्या करते हो?
• अक्सर ……………………………………………………………
• कभी-कभी ………………………………………………………..
अक्सर स्कूल से आकर खाना खाकर आराम करते हैं।
कभी-कभी आराम करते हुए टेलीविज़न भी देखते हैं।
शेर ने भोजन में क्या खाया होगा? तुम क्या-क्या खाते हो?
नीचे कहानी से जुड़ी तस्वीरें गई हैं। उसमें कुछ न कुछ बोला जा रहा है। सोचो और लिखो कौन क्या बोल रहा है?
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कहानी के हिसाब से बताओ।
घमंडी | ……………………………….. |
चतुर | ……………………………….. |
समझदार | ……………………………….. |
डरपोक | ……………………………….. |
सबसे चतुर | ……………………………….. |
आलसी | ……………………………….. |
घमंडी | मक्खी |
चतुर | हाथी |
समझदार | हाथी |
डरपोक | शेर |
सबसे चतुर | लोमड़ी |
आलसी | हाथी |
चुटकी बजाने का मतलब होता है ‘बहुत जल्दी कर लेना।’
(क) तुम कौन-कौन से काम चुटकी बजाते ही कर लेते हो? बताओ।
(ख) अब तुम अपनी एक टोली बनाओ। तुममें से एक लीडर बनेगा। वह बाकी बच्चों को करने के लिए काम देगा जिसे चुटकी बजाते ही करना होगा। जैसे– बाहर से पाँच पत्तियाँ लाओ और उनके नाम बताओ या शेखीबाज़ मक्खी के पात्रों के नाम बताओ। जो सबसे जल्दी कर ले वह लीडर बने।
(क) मैं कंघा करना, जूते पहनना, दूध पीना, आइसक्रीम खाना आदि काम चूटकी बजाते ही पूरे कर लेता हूँ।
(ख) हमने गीता, सीता, मोहन, मनन, विमल को लेकर टोली बनाई इसमें पाँच जगहों के नाम, पाँच सींग वाले जानवरों के नाम, पाँच रस वाले फलों के नाम लिखने के लिए कहा। एक-एक पर्ची हर एक को दी गई। सबसे पहले मनन ने बताया उसे लीडर बना दिया गया।
(नोट: विद्यार्थियों को दूसरे प्रश्न को अपने सहपाठियों की सहायता से पूरा करना है।)
यह मकड़ी उस रास्ते से जाना चाहती है, जिस पर चलकर सबसे ज़्यादा जाले मिलें। अंदर जाने के लिए 1, 2, 3, 4 और 5 में से कौन-सा रास्ता होगा?
चित्र में न. 4 वाला रास्ता ज़्यादा जाले वाला है। इसमें आठ जाल आते हैं।
(नोट: विद्यार्थी किताब में चित्र देखकर स्वयं करें।)
इन वाक्यों को अपने ढंग से लिखकर बताओ।
(क) शेर आग-बबूला हो उठा।
(ख) उसकी ज़रा खबर लो न।
(ग) उस मकड़ी को तो मैं चुटकी बजाते ही खत्म कर देती हूँ।
(घ) जंगल के राजा के मुँह से ऐसी भाषा कहीं शोभा देती है!
(क) शेर गुस्से से पागल हो गया।
(ख) उसके बारे में पता करो या उसे जा कर ठीक से समझाओ।
(ग) उस मकड़ी को शीघ्र ही मार देती हूँ।
(घ) जंगल के राजा को ऐसा नहीं कहना चाहिए।
इनके पास तुमने अक्सर किन-किन को उड़ते-मँडराते देखा है?
(क) | जलते बल्ब के आसपास | …………………………… |
(ख) | खेतों में | …………………………… |
(ग) | इकट्ठे पानी के ऊपर | …………………………… |
(घ) | फूलों पर | …………………………… |
(ङ) | कचरे के ढेर पर | ……………………………. |
(च) | हलवाई की मिठाइयों पर | ……………………………. |
(क) | जलते बल्ब के आसपास | मच्छर, छिपकली, पंतगे |
(ख) | खेतों में | टिड्डियाँ, मच्छर, चिड़ियाँ |
(ग) | इकट्ठे पानी के ऊपर | मच्छर, मक्खी |
(घ) | फूलों पर | भंवरे, तितलियाँ, |
(ङ) | कचरे के ढेर पर | मच्छर, मक्खियाँ |
(च) | हलवाई की मिठाइयों पर | मक्खियाँ, मधुमक्खियाँ |
क्या तुम किसी शेखीबाज़ को जानते हो? कौन है वह? वह किस चीज़ के बारे में शेखी बघारता है?
मेरी एक सहेली है जो अपनी हर चीज़ की शेखी बघारती है। वह अपनी हर चीज़ को कीमती व विदेशी बताती रहती है। अपने हर काम को बढ़ा-चढ़ा कर बताती है।
(नोट: विद्यार्थी इसे अपने अनुसार लिखें।)