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NCERT Solutions for Class 1 hindi chapter 4 – पत्ते ही पत्ते


Question Answers

Question :

(क) मैं …………………………………………..जाती हूँ।

(ख) तुमने इनमें से किसकी सवारी की है? सही जगह पर हाँ या नहीं का निशान लगाओ।

सवारी

मैंने सवारी की है

मैंने सवारी नहीं की है

रिक्शा

बस

रेलगाड़ी

बैलगाड़ी

साइकिल

ऊँट

स्कूटर

भैंस

 

Answer:

(क) मैं रिक्शे से जाती हूँ।

(ख)

सवारी

मैंने सवारी की है

मैंने सवारी नहीं की है

रिक्शा

बस

रेलगाड़ी

बैलगाड़ी

साइकिल

ऊँट

स्कूटर

भैंस

(नोटः विद्यार्थी अपने अनुभव के आधार पर इसी तरह स्वयं भरने का प्रयास करें।)


 

Question :

1. दादी के घर- ……………………..

2. सिनेमा देखने- ……………………..

3. स्कूल- ……………………..

4. हाट/बाज़ार- ……………………..

Answer:

1. दादी के घर- ट्रेन से और बस से

2. सिनेमा देखने- बस से

3. स्कूल- रिक्शे से

4. हाट/बाज़ार- रिक्शे से


 

Question :

सवारी

टिकट लगेगा

पैसा लगेगा

मुफ़्त

रेलगाड़ी

भैंस

रिक्शा

साइकिल

ऊँट

बैलगाड़ी

बस

गोदी

 

Answer:

 

सवारी

टिकट लगेगा

पैसा लगेगा

मुफ़्त

रेलगाड़ी

टिकट लगेगा

भैंस

मुफ़्त

रिक्शा

पैसा लगेगा

साइकिल

मुफ़्त

ऊँट

पैसा लगेगा

बैलगाड़ी

पैसा लगेगा

बस

टिकट लगेगा

गोदी

मुफ़्त

 


Question :

गन्ना ज़मीन के ऊपर उगता है और मूली नीचे। सही जगह पर कुछ और चीज़ों के चित्र बनाओ।

1.

2.

Answer:

1.

मूली, गाजर, प्याज़, शकरकंदी, आलू, अदरक, हल्दी इत्यादि चीज़ें ज़मीन के नीचे लगती हैं। विद्यार्थी इसी तरह चित्र बनाकर दिखा सकते हैं।

 

2.

गन्ना, बैंगन, गेहूँ, चावल, भिंडी, सीताफल, तोरी इत्यादि ज़मीन के ऊपर लगते हैं। विद्यार्थी इसी तरह चित्र बनाकर दिखा सकते हैं।

Page No 39:

Question 1:

Answer:

(नोट: विद्यार्थी इसी तरह स्वयं भरें।)


 



summary

इस कहानी की लेखिका वर्षा सहस्रबुद्धे हैं। यह कहानी मौज मस्ती का खेल खेलते बच्चे और उनकी दीदी की है। खेल प्रारंभ होता है। दीदी बच्चों से कहती हैं कि मैं पाँच तक गिनती करूंगी और तुम लोग एक-एक करके गोला बनाकर बैठ जाओगे। दीदी के गिनती पूरी करते ही सभी बच्चे गोला बनाकर बैठ गए। आज दीदी पत्ते लेकर आई थीं और बच्चों को उनके बारे में जानकारी देना चाहती थीं। दीदी अपने साथ तरह-तरह के पत्ते लेकर आई थीं। कुछ पत्ते लंबे, कुछ गोल, कुछ छोटे और कुछ बड़े थे। एक पत्ता लाल, एक पीला और एक कत्थई रंग का था। एक पत्ते पर नसें दिख रही थीं, एक पत्ता कतरीला था। एक पत्ते का डंठल एकदम सीधा था तो एक पत्ता झालरवाला था। बच्चों ने जब पत्तों को छूकर देखा तो कोई पत्ता एक तरफ़ से मुलायम था तो दूसरी तरफ से खुरदरा। कुछ पत्ते बंदनवार जैसे लग रहे थे।