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NCERT Solutions for class 4 Hindi chapter 7 – दान का हिसाब


Back Exercise

Page No 59:

Question 1:

(क) राजा किसी को भी दान क्यों नहीं देना चाहता था?

(ख) राजदरबार के लोग मन ही मन राजा को बुरा कहते थे लेकिन वे राजा का विरोध क्यों नहीं कर पाते थे?

(ग) राजसभा में सज्जन और विद्वान लोग क्यों नहीं जाते थे?

(घ) संन्यासी ने सीधे-सीधे शब्दों में भिक्षा क्यों नहीं माँग ली?

(ङ) राजा को संन्यासी के आगे गिड़गिड़ाने की ज़रूरत क्यों पड़ी?

Answer:

(क) राजा बहुत कंजूस था। उसका मानना था कि यदि वह दान देगा, तो उसका राजकोष खाली हो जाएगा। अत: वह दान नहीं देना चाहता था।

(ख) राजदरबार के लोग मन ही मन राजा को बुरा मानते थे। परन्तु वे जानते थे कि यदि वे राजा का विरोध करते हैं, तो वह उनको दण्ड देगा। दण्ड से बचने के लिए वे राजा का विरोध नहीं करते थे।

(ग) राजसभा में सज्जन और विद्वान का आदर सत्कार नहीं होता था। इसलिए वे राजसभा में नहीं जाते थे।

(घ) संन्यासी बहुत चतुर था। वह जानता था यदि वह सीधे-सीधे शब्दों में भिक्षा माँगता, तो राजा इतनी बड़ी रकम कभी नहीं देता। उसने इसलिए ऐसे तरीके से भिक्षा माँगी कि राजा मूर्ख बन गया और उसने बड़ी रकम को मामूली समझकर भिक्षा देना स्वीकार कर लिया।

(ङ) राजा ने संन्यासी को भिक्षा देने का वचन दे दिया था। लेकिन भंडारी के अनुसार भिक्षा के रूप में राजकोष से दस लाख रुपये की रकम निकल जाने वाली थी। इससे राजा दिवालिया होने वाला था। राजा को अपना राजकोष बचाने के लिए संन्यासी के आगे गिड़गिड़ाना पड़ा।

Question 1:

तुम नीचे दिए गए वाक्यों को किस तरह से कहोगे?

(क) दान के वक्त उनकी मुट्ठी बंद हो जाती थी।

(ख) हिसाब देखकर मंत्री का चेहरा फीका पड़ गया।

(ग) संन्यासी की बात सुनकर सभी की जान में जान आई।

(घ) लाखों रूपए राजकोष में मौजूद हैं। जैसे धन का सागर हो।

Answer:

(क) दान के समय वह हाथ खींच लेता था।

(ख) हिसाब देखकर मंत्री की हवाईयाँ उड़ गई।

(ग) संन्यासी की बात सुनकर सबको चैन आया।

(घ) राजकोष में धन का सागर लहरा रहा है।

Question 1:

कभी-कभी कुछ इलाकों में बारिश बिल्कुल भी नहीं होती। नदी-नाले, तालाब सब सूख जाते हैं। फ़सलों के लिए पानी नहीं मिलता। खेत सूख जाते हैं। पशु-पक्षी, जानवर, लोग भूखे मरने लगते हैं। ऐसे समय में वहाँ रहने वाले लोगों को मदद की ज़रूरत होती है। तुम भी लोगों की मदद ज़रूर कर सकते हो। सोचकर बताओ तुम अकाल में परेशान लोगों की मदद कैसे करोगे?

Answer:

अकालग्रस्त लोगों की मदद करने के लिए हम अपनी कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी से धन एकत्र करेंगे। इस तरह हम अकालग्रस्त लोगों तक भोजन-पानी, दवाइयाँ व अन्य आवश्यक सामग्री पहुँचाने का प्रयास करेंगे।

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Question 1:

(क) राजा राजकोष के धन का उपयोग किन-किन कामों में करता था?

• तुम्हारे घर में जो पैसा आता है वह कहाँ-कहाँ खर्च होता है? पता करके लिखो।

 

(ख) अकाल के समय लोग राजा से कौन-कौन से काम करवाना चाहते थे?

• तुम अपने स्कूल या इलाके में क्या-क्या काम करवाना चाहते हो?

 

Answer:

(क) राजा राजकोष का उपयोग निम्नलिखित कामों में करता था:-

(1) राजकाज के कामों के लिए।

(2) निजी उपयोग के लिए।

(3) महल के रख-रखाव के लिए।

(4) जनता (प्रजा) के लिए।

• हमारे घर में जो पैसा आता है, उसे हम अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए; जैसे:- रोटी, कपड़ा, टेलीफोन, बिजली के बिल, पढ़ाई-लिखाई, पूजा-पाठ, बीमारी, कहीं आना-जाना, घर का रख-रखाव इत्यादि कार्यों पर खर्च करते हैं।

 

(ख) अकाल के समय लोग चाहते थे कि राजा राजकोष में से दस हज़ार रूपये दे दे ताकि वे दूसरे देश से अनाज़ खरीद कर खा सकें और अपनी जान बचा सकें।

• मैं चाहता हूँ कि मेरे स्कूल में पार्क हो और एक अच्छी कैन्टीन हो, मेरे इलाके में भी बढ़िया-सा पार्क हो जहाँ अच्छे झूले लगे हों।

Question 1:

तुम्हारे विचार से राजदरबार में किसकी क्या-क्या ज़िम्मेदारियाँ होगीं?

(क) मंत्री

(ख) भंडारी

Answer:

(क) मंत्री राजा का दायाँ हाथ होता है। वह राजा का सलाहकार होता है। उसकी सलाह से ही राज-काज ठीक से चलता है व प्रजा सुखी रहती है। दूसरे कर्मचारियों की नियुक्ति भी वह राजा के साथ मिलकर करता है।

(ख) भंडारी राजकोष अथवा खजाने की देखभाल करने वाला होता है। वह राजकोष का हिसाब-किताब रखता है। राजा के आदेश पर ही वह लेन-देन करता है।

Question 1:

सभी ने कहा, “हमारे महाराज कर्ण जैसे ही दानी हैं।” पता करो कि–

(क) कर्ण कौन थे?

(ख) कर्ण जैसे दानी का क्या मतलब है?

(ग) दान क्या होता है?

(घ) किन-किन कारणों से लोग दान करते हैं?

Answer:

(क) कर्ण कुंती व सूर्य के पुत्र थे। वह बहुत दानवीर थे।

(ख) कर्ण जैसे दानी का मतलब है, अपना सब कुछ दान में दे देना व किसी के माँगने पर कभी मना न करना।

(ग) किसी व्यक्ति द्वारा सहायता माँगे जाने पर उसे मनचाही वस्तु दे देना दान कहलाता है।

(घ) निम्नलिखित कारणों से लोग दान करते हैं:-

(1) कुछ लोग दान पुण्य कमाने के लिए करते हैं।

(2) कुछ लोग धर्म के नाम पर दान करते हैं ।

(3) कुछ लोग नाम कमाने के लिए दान करते हैं ।

(4) कभी-कभी किसी की मदद के लिए भी दान किया जाता है।

Question 1:

(क) राजा किसी को दान देना पसंद नहीं करता था।

तुम्हारे विचार से राजा सही था या गलत?

अपने उत्तर का कारण भी बताओ।

(ख) राजा दान देने के अलावा और किन-किन तरीकों से लोगों की सहायता कर सकता था?

Answer:

(क) हमारे विचार से राजा गलत था क्योंकि मुसीबत के समय वह किसी की मदद नहीं करता था। वह राजकोष का उपयोग अपनी निजी ज़रूरतों के लिए करता था। यह गलत नहीं था।

(ख) राजा अनेक तरीकों से लोगों की मदद कर सकता था। भंडार से अनाज बँटवा सकता था। नए कुँए और नहर खुदवा सकता था। इससे लोगों को काम भी मिल जाता और भविष्य में अकाल की मार से बचा जा सकता था ।

Page No 61:

Question 1:

पूर्वी सीमा के लोग भूखे प्यासे मरने लगे।

(क) ‘पूर्व’ शब्द के दो अर्थ हैं

पूर्व-एक दिशा

पूर्व-पहले।

नीचे ऐसे ही कुछ और शब्द दिए गए हैं जिनके दो-दो अर्थ हैं। इनका प्रयोग करते हुए दो-दो वाक्य बनाओ।

 

जल …………………………………………………..

   ……………………………………………………

मन ……………………………………………………

   ……………………………………………………

मगर ………………………………………………….

   ……………………………………………………

(ख) नीचे चार दिशाओं के नाम लिखे हैं।

तुम्हारे घर और स्कूल के आसपास इन दिशाओं में क्या-क्या है?

तालिका भरो –

दिशा

घर के पास

स्कूल के पास

पूर्व

……………………

……………………

पश्चिम

……………………

……………………

उत्तर

……………………

……………………

दक्षिण

……………………

……………………

 

Answer:

(क) जल-

  • गर्म पानी गिरने से उसका पैर जल गया।
  • समुद्र में चारों ओर जल ही जल है।

 

मन-

  • उसके आने की खबर सुनकर मेरा मन खुश हो गया।
  • बाज़ार से चार मन गेहूँ ले आओ।

 

मगर-

  • इस नदी में बहुत तरह के मगर हैं।
  • वह बहुत पढ़ा मगर पास न हो सका।

 

(ख) छात्र इसे स्वयं करें।